प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी से तीसरी बार लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी के रूप में अपना नामांकन पत्र जमा कर दिया। उन्होंने अपने नामांकन के पहले दिन मंगलावार को वाराणसी के डीएम दफ्तर में दाखिल किया। इससे पहले, मोदी ने दशाश्वमेध घाट पर पूजा की और काल भैरव मंदिर के दर्शन किए। उन्होंने अपने नामांकन के मौके पर शुभकामनाओं की और जनता के आशीर्वाद के लिए आभार व्यक्त किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने नामांकन की प्रक्रिया के पूर्व, सोमवार को वाराणसी पहुंचकर वहां कुछ महत्वपूर्ण स्थलों का दौरा किया। उन्होंने मंगलवार को दशाश्वमेध घाट पर पूजा अर्चना की, गंगा के तट पर भक्तों के साथ गाया और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ मिलकर पूजा की। इसके बाद, उन्होंने काल भैरव मंदिर का दर्शन किया। इस अवसर पर मोदी ने अपने भावों को व्यक्त करते हुए कहा कि उनका वाराणसी के साथ एक अतुलनीय और अद्वितीय रिश्ता है। उन्होंने आपके साथ बीते दस वर्षों का स्नेह और समर्थन स्वीकार किया, और अपने भावों को व्यक्त करते हुए कहा कि आज मां गंगा ने उन्हें अपनी गोद में ले लिया है।
नामांकन के मौके पर एक बड़ी संख्या में भाजपा के प्रमुख नेताओं ने उपस्थिति दिखाई। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा सहित तमाम भाजपा नेताओं और 11 भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इस अवसर पर उपस्थिति दर्ज की। इसके अलावा, एनडीए के अन्य नेताओं भी एकजुटता प्रदर्शित करने के लिए मौजूद थे।
I am honoured by the presence of our valued NDA allies in Kashi today. Our alliance represents a commitment to national progress and fulfilling regional aspirations. We will work together for the progress of India in the years to come. pic.twitter.com/beAMbWLpD3
— Narendra Modi (@narendramodi) May 14, 2024
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नामांकन में चार प्रस्तावकों का चयन किया गया है, जिसमें भारतीय समाज की विविधता को ध्यान में रखा गया है। इन चार प्रस्तावकों में विभिन्न समाज के प्रतिनिधित्व है:
- पंडित गणेश्वर शास्त्री: ब्राह्मण समुदाय के सदस्य, जिन्हें आयोध्या में राम मंदिर के अभिषेक के लिए शुभ समय तय करने के लिए जाना जाता है।
- बैजनाथ पटेल: एक पुराने आरएसएस स्वयंसेवक, जो ओबीसी समुदाय से हैं।
- लालचंद कुशवाह: एक और ओबीसी समुदाय के सदस्य।
- संजय सोनकर: वह दलित समुदाय से आते हैं।
वाराणसी में जनसंख्या का विवरण बताता है कि यहां कुल आबादी का लगभग 80% हिन्दू और 20% मुस्लिम है। छोटे भाग में अन्य समुदायों की भी आबादी है। शहरी और ग्रामीण आबादी का अनुपात 35:65 है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि ग्रामीण क्षेत्र शहरी क्षेत्र की तुलना में अधिक है। दलितों की आबादी का प्रतिशत 10% है, जबकि अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.7% है। भाजपा ने वाराणसी को अपना कोर वोट बैंक माना है और इसे लगातार समर्थन दिया है। वाराणसी में 1991 से लेकर अब तक भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 8 बार विजय हासिल की है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नामांकन के बाद एक ट्वीट किया, जिसमें उन्होंने अपने साथियों की मौजूदगी का समर्थन किया और एनडीए के गठबंधन के महत्व को उजागर किया। उन्होंने गठबंधन को देश की प्रगति और क्षेत्रीय आकांक्षाओं को पूरा करने की प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करने के रूप में बताया। उन्होंने भविष्य में भारत की तरक्की के लिए मिलकर काम करने का वादा किया और वाराणसी लोकसभा सीट के लिए अपना नामांकन पत्र दाखिल किया। उन्होंने इस क्षेत्र के लोगों की सेवा करने का सम्मान किया और उनके आशीर्वाद के साथ पिछले दशक में हासिल की गई उपलब्धियों का उल्लेख किया। उन्होंने भविष्य में काम की गति को और भी तेज करने का आश्वासन दिया।