मुंबई चुनाव : मुंबई में सोमवार को होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले, शिवसेना के दोनों गुटों ने एक-दूसरे पर मतदाताओं को प्रभावित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। एक ओर, उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली सेना (यूबीटी) ने भाजपा नेता मंगल प्रभात लोढ़ा पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप लगाया, वहीं दूसरी ओर, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की शिवसेना ने सेना (यूबीटी) पर सांप्रदायिक तनाव बढ़ाने का आरोप लगाया।
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आदित्य ठाकरे का आरोप
पीटीआए की खबर के अनुसार सेना (यूबीटी) के नेता आदित्य ठाकरे ने आरोप लगाया कि भाजपा नेता और राज्य मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन कर रहे हैं। ठाकरे ने सोशल मीडिया पर लोढ़ा फाउंडेशन का एक निमंत्रण साझा किया, जिसमें मुंबई के पेडर रोड के धीरज अपार्टमेंट में निवासियों को नागरिक मुद्दों पर चर्चा के लिए बुलाया गया था। उन्होंने चुनाव आयोग पर निशाना साधते हुए कहा कि यह चुनाव से एक दिन पहले एक छद्म अभियान है और इसे तुरंत रोका जाना चाहिए।
किरण पावस्कर का बयान
दूसरी ओर, शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सचिव और प्रवक्ता किरण पावस्कर ने सेना (यूबीटी) पर मुसलमानों को प्रभावित करने और चुनाव प्रचार के लिए मौलवियों का उपयोग करने का आरोप लगाया। पावस्कर ने कहा कि मुंबई में पोस्टर लगाकर लोगों से नरेंद्र मोदी को प्रधानमंत्री बनने से रोकने की अपील की जा रही है, जिससे सामाजिक विभाजन पैदा हो सकता है।
संजय राउत पर पावस्कर के आरोप
शिवसेना नेता किरण पावस्कर ने आरोप लगाया कि सेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत पिछले एक साल से चुनाव से पहले दंगों की भविष्यवाणी कर रहे हैं। पावस्कर ने दावा किया कि सेना (यूबीटी) के प्रचार के दौरान पाकिस्तानी झंडा देखा गया है, जिससे उनकी विदेशी धन प्राप्ति की संभावना की जांच की मांग की गई है। पावस्कर ने कहा कि इस मामले में केंद्र और राज्य चुनाव अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज कराई गई है।
आपत्तिजनक पोस्टर
पावस्कर ने बताया कि दक्षिण मुंबई के एक नेता ने साबू सिद्दीकी अस्पताल, इमाम वाडा रोड और डोंगरी में लगाए गए आपत्तिजनक पोस्टरों के संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है। इन पोस्टरों में दावा किया गया था कि मस्जिदों को तोड़ा जा रहा है और दरगाहों को बंद किया जा रहा है। पावस्कर ने आरोप लगाया कि इन झूठे दावों के पीछे सेना (यूबीटी) का हाथ हो सकता है।
पुलिस में शिकायत
पावस्कर ने बताया कि शिवसेना की शिकायत पर जेजे मार्ग पुलिस स्टेशन में एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि सेना (यूबीटी) के प्रचार के दौरान पाकिस्तानी झंडा देखा गया है और चुनाव से पहले दंगों की भविष्यवाणी की जा रही है। उन्होंने इस मामले में पुलिस कार्रवाई और जांच की मांग की।
चुनाव आयोग की भूमिका
इन आरोपों और प्रत्यारोपों के बीच, चुनाव आयोग की भूमिका महत्वपूर्ण हो जाती है। दोनों गुटों ने चुनाव आयोग से हस्तक्षेप करने और निष्पक्ष चुनाव सुनिश्चित करने की अपील की है। अब देखना होगा कि चुनाव आयोग इन मामलों पर क्या कार्रवाई करता है और यह चुनाव परिणामों पर कितना प्रभाव डालता है।
मुंबई में लोकसभा चुनाव से पहले का माहौल बेहद तनावपूर्ण हो गया है। शिवसेना के दोनों गुट एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं और पुलिस में शिकायतें दर्ज करा रहे हैं। इन आरोपों और प्रत्यारोपों ने चुनावी समर को और भी गर्मा दिया है। चुनाव आयोग की भूमिका और आगामी कार्रवाई पर सभी की नजरें टिकी हैं।