नई दिल्ली: देश के 2024 लोकसभा चुनावों के EXIT Polls के नतीजे आ चुके हैं और एक बार फिर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए (NDA) की सरकार बनने की संभावना मजबूत नजर आ रही है। एनडीटीवी के ‘Poll of Exit Polls’ के अनुसार, एनडीए को 365 सीटें मिल सकती हैं, जो 2019 के लोकसभा चुनाव की तुलना में कहीं अधिक है। वहीं, इंडिया गठबंधन (INDIA Alliance) को केवल 146 सीटें मिलने का अनुमान है और अन्य को 32 सीटें मिल सकती हैं।
दक्षिण भारत में बीजेपी की बड़ी जीत
इस बार दक्षिण भारत में बीजेपी (BJP) की मेहनत रंग लाई है। आंध्र प्रदेश, केरल, तमिलनाडु और कर्नाटक में बीजेपी ने जमकर प्रचार किया और इसके परिणाम EXIT Pollsमें साफ नजर आ रहे हैं। केरल और तमिलनाडु में बीजेपी का खाता खुलता हुआ दिख रहा है, जबकि कर्नाटक, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश में पार्टी ने मजबूत बढ़त बनाई है। दक्षिण भारत के राज्यों में बीजेपी को 15 से अधिक सीटें मिलने की संभावना है, जिससे यह साफ है कि इन राज्यों में बीजेपी के लिए काफी स्कोप है।
दिल्ली में बीजेपी का दबदबा
दिल्ली में भी बीजेपी का दबदबा कायम है। 2014 और 2019 के लोकसभा चुनावों में दिल्ली की सभी सातों सीटों पर जीत दर्ज करने के बाद इस बार भी EXIT Polls के रुझान बता रहे हैं कि बीजेपी सभी 7 सीटें जीत सकती है। दिल्लीवासियों ने स्पष्ट संदेश दिया है कि वे केंद्र में नरेंद्र मोदी की सरकार को ही प्राथमिकता देते हैं, न कि आम आदमी पार्टी को।
पश्चिम बंगाल में बढ़ते कदम
पश्चिम बंगाल में भी बीजेपी का प्रदर्शन उल्लेखनीय रहा है। एनडीटीवी के पोल ऑफ पोल्स के अनुसार, बीजेपी को पश्चिम बंगाल में 23 सीटें मिल सकती हैं, जबकि ममता बनर्जी की टीएमसी को 18 और कांग्रेस को 1 सीट मिलने का अनुमान है। पिछले चुनावों की तुलना में बीजेपी की 2-3 सीटें बढ़ सकती हैं। राज्य में संदेशखाली की घटना और टीएमसी नेता शाहजहां शेख पर लगे यौन शोषण के आरोपों ने बीजेपी को अपने पक्ष में माहौल बनाने में मदद की है।
उत्तर प्रदेश और बिहार में मिक्स्ड रिजल्ट
उत्तर प्रदेश में बीजेपी और उसके सहयोगी दलों को 68 सीटें मिलने का अनुमान है, जो पिछले चुनावों की तुलना में तीन सीटें अधिक है। मोदी और योगी फैक्टर की वजह से पार्टी का प्रदर्शन बेहतर रहने की संभावना है। वहीं, समाजवादी पार्टी और कांग्रेस का गठबंधन उत्तर प्रदेश में ज्यादा असर नहीं दिखा पाया और उन्हें केवल 12 सीटें मिल सकती हैं।
बिहार में एनडीए को कुछ नुकसान हो सकता है। बिहार की 40 सीटों में से एनडीए को 33 सीटें मिलने का अनुमान है, जो पिछली बार की तुलना में कम है। हालांकि, इंडिया गठबंधन को केवल 6 सीटें मिल सकती हैं। इस बार नीतीश कुमार के भाजपा के साथ होने के बावजूद एनडीए को नुकसान झेलना पड़ सकता है।
मोदी फैक्टर बना निर्णायक
एनडीटीवी के एडिटर इन चीफ संजय पुगलिया के अनुसार, नरेंद्र मोदी का करिश्मा इस बार भी निर्णायक साबित हो रहा है। दक्षिण भारत के राज्यों में चंद्रबाबू नायडू के नेतृत्व में अच्छे प्रदर्शन की संभावना है, जिसका लाभ लोकसभा चुनाव में भी मिल सकता है। EXIT Polls के अनुसार, नरेंद्र मोदी की तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने की राह साफ दिख रही है।
आर्थिक बाजार पर असर
एग्जिट पोल के नतीजों का असर सोमवार को शेयर बाजार पर भी देखने को मिल सकता है। यदि एग्जिट पोल के नतीजे सही साबित होते हैं, तो बाजार में स्थिरता और सकारात्मकता देखने को मिल सकती है।