आईपीएल 2024 का पहला फाइनलिस्ट मिल चुका है और यह टीम कोई और नहीं बल्कि शाहरुख खान की कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) है। KKR ने सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) को हराकर फाइनल में जगह बनाई है। इस जीत के हीरोज़ में से एक रहमानुल्लाह गुरबाज़ रहे, जिन्होंने अपनी बीमार मां को छोड़कर मैदान पर उतरने का साहस दिखाया। इस फैसले ने न केवल टीम की जीत में महत्वपूर्ण योगदान दिया बल्कि उनके जज्बे को भी सराहा गया।
तस्वीर : पीटीआय
गुरबाज़ का प्रेशर-फ्री प्रदर्शन
आईपीएल एक ऐसा टूर्नामेंट है जहां हर मैच में प्रेशर होता है। विशेषकर जब आप पूरे सीजन में न खेले हों और सीधे प्लेऑफ़ जैसे महत्वपूर्ण मैच में खेलने उतरें, तब प्रेशर का अहसास और भी बढ़ जाता है। लेकिन अफगानिस्तान के विकेटकीपर बल्लेबाज रहमानुल्लाह गुरबाज़ ने दिखा दिया कि प्रेशर सिर्फ महसूस करने की चीज है। 21 मई को जब गुरबाज़ पहली बार आईपीएल 2024 में बल्लेबाजी करने उतरे, तो उन्होंने इस मौके को प्रेशर की बजाय एक चुनौती के रूप में लिया।
गुरबाज़ की अद्भुत पारी
गुरबाज़ ने सिर्फ 14 गेंदों में 23 रन बनाए और इस छोटी सी पारी ने चेज़ के दौरान बड़ा इम्पैक्ट डाला। उनकी पारी में दो छक्के शामिल थे, जिनमें से एक भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर लगाया गया छक्का बेहद खास था। भुवनेश्वर की फुल लेंथ नकल बॉल को गुरबाज़ ने लॉन्ग ऑन के ऊपर से छक्के के लिए भेज दिया। उनकी इस पारी ने KKR की जीत की नींव रखी और उन्हें फाइनल में पहुंचने में मदद की।
मां की बीमारी के बावजूद मैदान में
मैच के बाद, गुरबाज़ ने खुलासा किया कि वह अपनी बीमार मां को अस्पताल में छोड़कर खेल रहे हैं। “मेरी मां अभी तक अस्पताल में हैं, मैं हर रोज उनसे बात करता हूं। लेकिन मुझे पता था कि फिल सॉल्ट के जाने के बाद मेरी KKR फैमिली को मेरी जरूरत होगी। इसलिए मैं अफगानिस्तान से वापस आ गया, और मैं यहां आकर खुश हूं। मेरी मां भी मेरे लिए खुश हैं,” गुरबाज़ ने कहा।
"My mother is still recovering in the hospital, I speak to her every day. But I knew my KKR family needed me here once Phil Salt left. So I came back from Afghanistan, and I'm happy to be here. My mother is happy for me too"
— KolkataKnightRiders (@KKRiders) May 21, 2024
– Rahmanullah Gurbaz (After KKR beat SRH to enter… pic.twitter.com/57YGVfhiTX
KKR की शानदार जीत
KKR ने पहले क्वॉलिफायर में SRH को आठ विकेट से हराकर फाइनल में जगह बनाई। अहमदाबाद में हुए इस मैच में SRH ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया, जो गलत साबित हुआ। मिचल स्टार्क की अगुवाई में KKR के बोलर्स ने SRH के टॉप ऑर्डर को पावरप्ले में ही समाप्त कर दिया। राहुल त्रिपाठी ने 50 रन बनाकर SRH को किसी तरह 159 रन तक पहुंचाया।
आसान चेज़
चेज़ करते हुए गुरबाज़ ने सुनील नरेन के साथ मिलकर पावरप्ले में ही मैच की टोन सेट कर दी। उनके बाद श्रेयस अय्यर और वेंकटेश अय्यर ने बहुत आसानी से मैच खत्म कर दिया। श्रेयस ने 24 गेंदों पर 58 और वेंकटेश ने 28 गेंदों पर 51 रन बनाकर नाबाद लौटे। KKR ने 13.4 ओवर्स में ही मैच अपने नाम कर लिया।
रहमानुल्लाह गुरबाज़ का यह साहसिक निर्णय कि वह अपनी बीमार मां को छोड़कर टीम की जरूरत के समय मैदान में उतरे, न केवल उनकी खेल भावना को दर्शाता है बल्कि यह भी दिखाता है कि टीम के लिए उनका समर्पण कितना गहरा है। KKR की इस जीत में गुरबाज़ की छोटी लेकिन महत्वपूर्ण पारी ने बड़ा योगदान दिया और टीम को फाइनल में पहुंचाया।
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