अहमदाबाद, गुजरात: गुजरात राज्य उड्डयन अधोसंरचना कंपनी लिमिटेड (GUJSAIL) में हुए भ्रष्टाचार के मामले में गुजरात एंटी करप्शन ब्यूरो (ACB) ने एक महत्वपूर्ण काम किया है। GUJSAIL का गठन गुजरात सरकार द्वारा राज्य के उड्डयन क्षेत्र को प्रोत्साहित करने और सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए किया गया था। इस कंपनी में राज्यपाल और मुख्यमंत्री के उपयोग के लिए विमान खड़े किए जाते हैं।
ACB के सहायक निदेशक जी.वी. पदेरिया के अनुसार, GUJSAIL में कैप्टन अजय चौहान को 2018 से ही भ्रष्टाचार के कई आरोपों का सामना करना पड़ रहा था। गुजरात सरकार ने इन आरोपों की जांच का आदेश दिया था। जांच में ACB ने पाया कि कैप्टन अजय चौहान ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर वरिष्ठ मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने ACB में शिकायत दर्ज कराई।
#WATCH | Ahmedabad, Gujarat: GV Padheriya, Assistant Director, ACB says, "Gujarat State Aviation Infrastructure Company Ltd (GUJSAIL) has been formed by the Government of Gujarat. Aircraft to be used by the Governor and CM are parked there. To run that company, there was one Capt… pic.twitter.com/flm7vsun8l
— ANI (@ANI) June 12, 2024
कैप्टन अजय चौहान पर आरोप है कि उन्होंने सरकारी विमान का उपयोग अपने परिवार के लिए अवैध रूप से किया और इस प्रक्रिया में सरकारी धन का 15 लाख रुपये से अधिक का दुरुपयोग किया। इसके अलावा, सरकारी कर्मचारी होते हुए भी उन्होंने एक निजी कंपनी आर्यन एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के लिए उड़ान सेवाएँ प्रदान कीं और इस कंपनी से अपने बैंक खाते में 47 लाख रुपये से अधिक प्राप्त किए। इसके साथ ही, उन्होंने कास्मक एविएशन प्राइवेट लिमिटेड से भी 10 लाख रुपये प्राप्त किए।
इस मामले में कैप्टन अजय चौहान के साथ-साथ कास्मक एविएशन प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक अल्पेश त्रिपाठी और GUJSAIL के लेखा प्रबंधक अल्पेश प्रजापति को भी आरोपी बनाया गया है। इन सभी पर सरकार के धन का दुरुपयोग और निजी लाभ के लिए सरकारी पद का दुरुपयोग करने का आरोप है।
जांच रिपोर्ट के अनुसार, कैप्टन अजय चौहान ने अपने पद का गलत उपयोग करते हुए न केवल सरकारी विमान का निजी कार्यों में प्रयोग किया, बल्कि सरकारी कर्मचारी होते हुए भी निजी कंपनियों के लिए काम करके भारी धनराशि अर्जित की। इस प्रकार के भ्रष्टाचार के मामलों में सरकार की छवि को गहरा धक्का लगा है और जनता का विश्वास भी हिला है।
GUJSAIL के अधिकारियों ने इस मामले में कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया है, लेकिन ACB की इस कार्रवाई ने सरकारी विभागों में चल रहे भ्रष्टाचार के मामलों पर एक बार फिर से प्रकाश डाला है।
ACB के सहायक निदेशक जी.वी. पदेरिया ने कहा, “हम इस मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करेंगे और न्याय दिलाने का प्रयास करेंगे। भ्रष्टाचार के खिलाफ हमारी यह लड़ाई जारी रहेगी और हम सुनिश्चित करेंगे कि सरकारी पदों का दुरुपयोग किसी भी कीमत पर नहीं होने दिया जाएगा।”
इस घटना ने सरकार और उसके विभागों के कार्यों पर एक बड़ा सवाल खड़ा कर दिया है। जनता उम्मीद कर रही है कि सरकार इस मामले में कठोर कदम उठाएगी और भविष्य में ऐसे मामलों की पुनरावृत्ति रोकने के लिए सख्त नीतियाँ बनाएगी।