मुंबई: जीवन की अनिश्चितताओं के बीच, कुछ कहानियाँ हमें उम्मीद और संकल्प की नई रोशनी दिखाती हैं। ऐसी ही एक कहानी है ऑस्ट्रेलियाई मॉडल एलिडी पुलिन की, जिन्होंने अपने पति एलेक्स चंप की मौत के 15 महीने बाद पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल (PMSR) के माध्यम से एक बच्चे को जन्म दिया। यह कहानी केवल तकनीकी चमत्कार का उदाहरण नहीं है, बल्कि प्रेम, साहस और दृढ़ता का प्रतीक भी है।
एलेक्स चंप की अनहोनी और एलिडी की उम्मीद
एलिडी पुलिन के पति एलेक्स चंप, एक ओलंपियन और साहसी मछली पकड़ने के शौकीन, 8 जुलाई 2020 को मछली पकड़ने के दौरान एक दुखद दुर्घटना का शिकार हो गए। एलेक्स नदी में मछली पकड़ने के दौरान बेहोश हो गए और डूब गए। 32 वर्षीय एलेक्स की अचानक मृत्यु ने उनकी पत्नी और परिवार को गहरे सदमे में डाल दिया। उस वक्त किसी ने नहीं सोचा था कि एलिडी इस दुखद घटना के बाद भी मातृत्व का सुख पा सकेंगी।
पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल: एक अनोखी प्रक्रिया
एलेक्स की मौत के कुछ ही घंटों बाद, उनके परिवार और दोस्तों ने पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल (PMSR) पर चर्चा शुरू कर दी। यह प्रक्रिया उन पुरुषों के स्पर्म को उनके मृत्यु के बाद अंडकोष से निकालने की तकनीक है। इस प्रोसेस को शुरू करने से पहले परिवार से अनुमति लेना आवश्यक होता है। एलिडी और एलेक्स का सपना था कि वे माता-पिता बनें। इसलिए परिवार और दोस्तों की सलाह पर एलिडी ने इस प्रक्रिया के लिए सहमति जताई।
आईवीएफ ट्रीटमेंट और मिन्नी एलेक्स पुलिन का जन्म
पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल के बाद, स्पर्म को सुरक्षित तरीके से स्टोर किया गया। छह महीने बाद, एलिडी ने आईवीएफ (इन विट्रो फर्टिलाइजेशन) ट्रीटमेंट शुरू किया। दो बार आईवीएफ ट्रीटमेंट कराने के बाद, अक्टूबर 2021 में एलिडी ने एक प्यारी सी बच्ची को जन्म दिया, जिसका नाम उन्होंने मिन्नी एलेक्स पुलिन रखा। मिन्नी का जन्म एलिडी के लिए न केवल मातृत्व की प्राप्ति थी, बल्कि एलेक्स के प्यार और यादों को संजोए रखने का एक तरीका भी था।
एलिडी पुलिन की कहानी
एलिडी पुलिन ने अपने पॉडकास्ट ‘डार्लिंग, शाइन!’ में अपनी इस अनोखी यात्रा के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि एलेक्स की मौत के बाद का समय उनके लिए कितना कठिन था। परंतु मिन्नी के जन्म ने उन्हें नई जिंदगी दी। एलिडी का कहना है कि वह मिन्नी की आँखों में एलेक्स की झलक देखती हैं और इससे उन्हें अपने पति की यादें जीवित रखने में मदद मिलती है।
पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल: मोरेलिटी और लीगलिटी
पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल एक संवेदनशील प्रक्रिया है, जिसमें नैतिकता और कानूनी पहलुओं का ध्यान रखना आवश्यक होता है। मृतक की सहमति और परिवार की अनुमति के बिना इस प्रक्रिया को नहीं किया जा सकता। इसके अलावा, स्पर्म को स्टोर और उपयोग करने के लिए भी कड़े नियम और दिशानिर्देश होते हैं। इस प्रक्रिया के सफल होने के लिए समय भी महत्वपूर्ण होता है। स्पर्म को मृत्यु के कुछ घंटों के भीतर निकालना पड़ता है ताकि उनका उपयोग सफलतापूर्वक किया जा सके।
एलिडी पुलिन की कहानी यह दिखाती है कि कैसे आधुनिक चिकित्सा तकनीक और मानवीय संवेदनाएं मिलकर एक असंभव प्रतीत होने वाले सपने को भी संभव बना सकती हैं। एलिडी की दृढ़ता और साहस ने उन्हें मातृत्व का सुख दिया, जबकि एलेक्स की यादें उनकी बेटी मिन्नी के रूप में जीवित रहीं। पोस्टमॉर्टम स्पर्म रिट्रीवल ने न केवल एलिडी के जीवन को नई दिशा दी, बल्कि अन्य कई परिवारों के लिए भी आशा की किरण जगाई है।