नई दिल्ली: शनिवार को बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना का भारत दौरे के दौरान राष्ट्रपति भवन में औपचारिक स्वागत किया गया। इस समारोह के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की। दोनों देशों के नेताओं के बीच इस मुलाकात का उद्देश्य द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना था।
शेख हसीना की यह यात्रा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के दो सप्ताह से भी कम समय बाद हुई है। यह नई सरकार के गठन के बाद किसी विदेशी नेता की पहली द्विपक्षीय राजकीय यात्रा है, जो दोनों देशों के बीच मजबूत होते संबंधों का संकेत देती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने बांग्लादेशी समकक्ष के साथ विभिन्न विषयों पर द्विपक्षीय चर्चा की। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, यह उम्मीद की जा रही है कि दोनों नेता कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों में सहयोग के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर करेंगे।
शुक्रवार को नई दिल्ली पहुंचने पर प्रधानमंत्री हसीना ने भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर से भी मुलाकात की। इस मुलाकात के दौरान कई द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हुई। जयशंकर ने इस बैठक के बारे में पोस्ट करते हुए कहा, “मुझे आज शाम बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से मुलाकात करके खुशी हो रही है। भारत में उनकी राजकीय यात्रा हमारे घनिष्ठ और स्थायी संबंधों को रेखांकित करती है। मैं हमारी विशेष साझेदारी के आगे विकास पर उनके मार्गदर्शन की सराहना करता हूं।”
#WATCH | Delhi: Bangladesh Prime Minister Sheikh Hasina receives a ceremonial welcome at the forecourt of Rashtrapati Bhavan. pic.twitter.com/RendvCizhn
— ANI (@ANI) June 22, 2024
भारत और बांग्लादेश के बीच पिछले कुछ वर्षों से समग्र रणनीतिक संबंध बढ़ रहे हैं। भारत की “पड़ोसी प्रथम” नीति के तहत, बांग्लादेश भारत का एक महत्वपूर्ण सहयोगी रहा है। दोनों देशों के बीच सहयोग सुरक्षा, व्यापार, वाणिज्य, ऊर्जा, संपर्क, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, तथा रक्षा आदि कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों तक फैला हुआ है।
कनेक्टिविटी के क्षेत्र में भी दोनों देशों ने महत्वपूर्ण प्रगति की है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा त्रिपुरा में फेनी नदी पर मैत्री सेतु पुल का उद्घाटन तथा चिलाहाटी-हल्दीबाड़ी रेल संपर्क का शुभारंभ इसका प्रमुख उदाहरण है। यह परियोजनाएं दोनों देशों के बीच लोगों और वस्तुओं के आवागमन को आसान बनाती हैं, जिससे व्यापार और पर्यटन को बढ़ावा मिलता है।
प्रधानमंत्री मोदी और शेख हसीना की मुलाकात के दौरान सुरक्षा सहयोग, व्यापारिक समझौते, सीमा पार आतंकवाद का मुकाबला, और सांस्कृतिक आदान-प्रदान जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होने की संभावना है। इसके अलावा, दोनों नेता जल संसाधन प्रबंधन और जलवायु परिवर्तन के मुद्दों पर भी विचार-विमर्श कर सकते हैं।
इस यात्रा के माध्यम से, भारत और बांग्लादेश ने एक बार फिर से अपने आपसी सहयोग को बढ़ावा देने और क्षेत्रीय स्थिरता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता दिखाई है। यह यात्रा दोनों देशों के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हो सकती है, जिससे द्विपक्षीय संबंधों में नई ऊंचाइयां छूने की उम्मीद है।