दिल्ली शराब घोटाला केस में फंसे मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अग्रिम जमानत का समय समाप्त हो रहा है। कोर्ट ने उन्हें चुनाव प्रचार के लिए सशर्त अग्रिम जमानत दी थी, लेकिन अब उन्हें दो जून को फिर से जेल जाना होगा। केजरीवाल ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि उन्हें गर्व है और वे फिर से जेल जाने को तैयार हैं।
केजरीवाल की अग्रिम जमानत और कोर्ट का फैसला
अरविंद केजरीवाल को सुप्रीम कोर्ट ने 21 दिनों की अंतरिम राहत दी थी ताकि वे चुनाव प्रचार कर सकें। इस दौरान उन्हें सशर्त अग्रिम जमानत दी गई थी, लेकिन अब उनकी जमानत का समय खत्म हो रहा है। केजरीवाल ने स्वास्थ्य का हवाला देते हुए अपनी जमानत बढ़ाने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की थी, लेकिन कोर्ट ने इस पर जल्द सुनवाई करने से इनकार कर दिया है। इसके बाद, केजरीवाल ने कहा कि वे दो जून को फिर से जेल जाने के लिए तैयार हैं।
जनता और भाजपा के आरोप
घोटाले के आरोपों के संदर्भ में, केजरीवाल ने कहा कि भाजपा आरोप लगा रही है कि उन्होंने भ्रष्टाचार किया है। उन्होंने जनता का समर्थन पाते हुए कहा, “अगर केजरीवाल भ्रष्ट हैं, तो इस दुनिया में कोई ईमानदार नहीं है।” उन्होंने भाजपा के दावों का खंडन करते हुए कहा कि 100 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया गया था और 500 जगहों पर छापे मारे गए, लेकिन कोई भी सबूत नहीं मिला।
घोटाले का पैसा कहां गया?
केजरीवाल ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा, “घोटाले का पैसा कहां गया?” उन्होंने कहा कि भाजपा ने 100 करोड़ रुपये के घोटाले का दावा किया, लेकिन कोई सबूत नहीं मिला। उन्होंने पूछा कि क्या घोटाले का सारा पैसा हवा में चला गया। केजरीवाल ने इस बात पर जोर दिया कि उन पर लगे आरोप बेबुनियाद हैं और भाजपा के पास कोई ठोस सबूत नहीं है।
जेल जाने का गर्व
केजरीवाल ने कहा कि उन्हें गर्व है कि वे देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं। उन्होंने कहा, “मैं देश को बचाने के लिए जेल जा रहा हूं और मुझे इस पर गर्व है।” उन्होंने कहा कि वे दो जून को फिर से जेल जाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और यह उनके लिए गर्व की बात है।
दिल्ली शराब घोटाला मामले में अरविंद केजरीवाल की अग्रिम जमानत का समय समाप्त हो रहा है और उन्हें फिर से जेल जाना होगा। उन्होंने इस पर गर्व महसूस करते हुए कहा कि वे देश को बचाने के लिए जेल जा रहे हैं। केजरीवाल ने भाजपा के आरोपों का खंडन करते हुए कहा कि उनके पास कोई ठोस सबूत नहीं है और घोटाले का कोई पैसा बरामद नहीं हुआ है।
इस मामले में जनता की नजरें अब दो जून पर टिकी हैं, जब केजरीवाल को फिर से जेल जाना होगा। उनकी दलीलें और जनता का समर्थन उनके पक्ष में कितना काम करेगा, यह देखने वाली बात होगी।